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鹧鸪天。菊.和诗心云卿 |
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发表于 2015-1-30 22:48
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发表于 2015-1-30 22:49
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发表于 2015-2-4 16:27
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鳌溪闲客老书生,已罢舌耕仍笔耕。
梦伴孝祥斟北斗,酣从太白钓东瀛。 |
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发表于 2015-2-4 16:36
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发表于 2015-2-4 20:59
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GMT+8, 2024-6-26 04:29
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