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山坡羊· 西湖杂咏·夏 元代:薛昂夫 |
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发表于 2017-9-18 07:12
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发表于 2017-9-18 07:13
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发表于 2017-9-18 17:52
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发表于 2017-9-19 07:26
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发表于 2017-9-19 09:14
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发表于 2017-9-22 06:20
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发表于 2017-10-6 10:02
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非非是是乱人魂,子夜流星茫路奔。若水思潮催梦远,云睁醉眼看乾坤。
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发表于 2017-10-11 08:25
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发表于 2017-10-12 07:45
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